ग्रुप सी के 42 हजार पदों की भर्ती के लिए पांच और छह नवंबर को होने जा रही संयुक्त पात्रता परीक्षा के लिए चंडीगढ़ सहित 17 जिलों में 1200 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। 658 भवनों में यह परीक्षा होगी। कई भवनों में तीन से चार परीक्षा केंद्र भी बनाए गए हैं। हरियाणा से बाहर के अभ्यर्थियों को चंडीगढ़ और फरीदाबाद में परीक्षा देनी होगी। हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के अध्यक्ष भोपाल सिंह खदरी ने दिव्यांग अभ्यर्थियों को 150 किलोमीटर दूर परीक्षा केंद्र देने की खबरों पर स्थिति स्पष्ट करते हुए बताया कि पंजीकरण के समय अभ्यर्थी ने दिव्यांग का प्रमाण पत्र तो अपलोड कर दिया, लेकिन वह मूल फार्म में दिव्यांग के कालम को भरना या टिक करना भूल गए। इस कारण से साफ्टवेयर के माध्यम से ऐसे अभ्यर्थियों को सामान्य अभ्यर्थी मानकर उनके परीक्षा केंद्र कहीं न कहीं दूर आ गए हैं। इस बार आयोग का यह प्रयास रहा है कि अभ्यर्थियों को 100 किलोमीटर परिधि से ज्यादा दूर परीक्षा केंद्र न दिए जाएं।
परीक्षार्थियों के लिए लगाईं 15 हजार 400 बसें, मुफ्त होगी यात्रा
परिवहन विभाग के प्रधान सचिव नवदीप सिंह विर्क ने बताया कि सीईटी के लिए परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्रों तक पहुंचाने और वापसी के लिए मुफ्त परिवहन सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी। इसके लिए 15 हजार 400 बसों का प्रबंध किया गया है। हरियाणा राज्य परिवहन की लगभग 2800 बसों के साथ ही निजी शिक्षण संस्थानों और सहकारी परिवहन समितियों की बसों की सेवाएं ली जाएंगी।
जिलों में अतिरिक्त उपायुक्त की अध्यक्षता में परिवहन प्रबंधन समितियों का गठन किया गया है। बसों की एडवांस बुकिंग सिर्फ बस अड्डों पर जाकर ही कराई जा सकेगी। निजी बसों को पेट्रोल और टोल के खर्च का भुगतान से लेकर उन्हें विशेष परमिट जारी करने का इंतजाम सरकार करेगी।
सीईटी के सभी आवेदकों का आडिट होगा
हरियाणा में संयुक्त पात्रता परीक्षा (सीईटी) के लिए आवेदन करने वाले सभी युवाओं के दस्तावेजों का सरकार आडिट कराएगी। इसके लिए बेंगलुरु की एजेंसी को जिम्मेदारी सौंपी गई है। जानबूझकर दो या इससे अधिक बार आवेदन करने वाले युवाओं को न केवल सीईटी के अयोग्य घोषित किया जाएगा, बल्कि ऐसे युवा कभी भी हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (एचएसएससी) की किसी भी परीक्षा में शामिल नहीं हो सकेंगे।

